आँखो में कुछ सपने ऐसे सजने लगे
दिल के तार किसी से जुङने लगे
जिंदगी गीत गुनगुनाने लगी
दिल से दिल अब मिलने लगे
हो गई शुरूआत एक नये रिश्ते की
दिल में खुशियों के फूल अब खिलने लगे
हो गई है आदत अब हमें उनके प्यार की
ये सोचकर हम निखरने लगे
सोचा न था मिल जायेगें वो
हमे हमारी जिंदगी बनकर
बस जायेगें दिल में हमारी जान बनकर
खुश रखें हम उनको सदा ये कोशिश है हमारी
महकती रहे हमारी जिंदगानी सदा यूँ ही ये कामना है हमारी
द्वारा- आँचल द्विवेदी
Kya baat hai ....
जवाब देंहटाएं:) :) :)
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