सुस्वागतम्

आप सभी ब्लाँगर गणों का तथा विजिटरों का हमारे ब्लाँग में स्वागत है।





गुरुवार, 25 जुलाई 2013

प्यारे सपने



आँखो में कुछ सपने ऐसे सजने लगे
दिल के तार किसी से जुङने लगे
जिंदगी गीत गुनगुनाने लगी
दिल से दिल अब मिलने लगे
हो गई शुरूआत एक नये रिश्ते की
दिल में खुशियों के फूल अब खिलने लगे
हो गई है आदत अब हमें उनके प्यार की
ये सोचकर हम निखरने लगे
सोचा न था मिल जायेगें वो
हमे हमारी जिंदगी बनकर
बस जायेगें दिल में हमारी जान बनकर
खुश रखें हम उनको सदा ये कोशिश है हमारी
महकती रहे हमारी जिंदगानी सदा यूँ ही ये कामना है हमारी


  द्वारा- आँचल द्विवेदी